जूते भी डायबिटीज कंट्रोल करने में करते हैं मदद, जानिए कैसे?

जूते भी डायबिटीज कंट्रोल करने में करते हैं मदद, जानिए कैसे?

सेहतराग टीम

आज के समय में डायबिटीज अधिकतर लोगों को परेशान करता है। यह रोग जिसको हो जाता है वो काफी परेशानियां झेलता है। डायबिटीज रोग होने पर पेशाब आना, अत्यधिक भूख और प्यास लगना,अत्यधिक थकान, धुंधला-धुंधला दिखाई देना या वजन कम होना जैसी परेशानियों से सामना करना पड़ता है। वैसे तो ये सब डायबिटीज के लक्षण है और इन लक्षणों को देखते हुए आप अपने खान-पान में बदलाव करके डायबिटीज जैसे रोगो से बच सकते हैं। लेकिन सिर्फ कंट्रोल करने से ही पर्याप्त सफलता नहीं मिलेगी। इसके लिए अपने जीवनशैली में बदलाव करना बेहद जरूरी है। हालांकि जीवशैली से जुड़े कुछ छोटे-मोटे बदलाव कर आप डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। डायबिटीक लोगों को पैर से जुड़ी कई समस्याएं रहती है, जिन्हें जूतों के साथ हल किया जा सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आपके जूते ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

पढ़ें-   सुबह आधे घंटे की सैर डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार, इन 4 रोगों में भी असरदार

मधुमेह और पैर की समस्याएं (Diabetes and Foot Problems in Hindi):

ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव से पैरों की नसों और वाहिकाओं को भी नुकसान पहुंचता है और यही कारण है कि डायबिटीज के मरीजों को पैरों की समस्याएं रहती हैं। इस स्थिति को चिकित्सा की भाषा में न्यूरोपैथी भी कहा जाता है। इस स्थिति में आपके पैर में किसी भी प्रकार की झनझनाहट या सनसनी नहीं होती है या फिर ऐसा होना बंद हो सकता है।

डायबिटीज से पीड़ित कुछ लोग अपने पैरों के तल पर खुले घावों का अनुभव करते हैं या फिर उनके पैरों के तले की त्वचा कठोर हो जाती है। नसों को होने वाले नुकसान आपके पैरों के आकार को भी बदल सकते हैं और यहां तक कि घाव भी ठीक होने में अधिक समय लेते हैं। इसीलिए डायबिटीज से निपटने और चिकित्सकीय मदद लेने के लिए अपने पैरों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। इस समस्या से पीड़ित होने पर अपने पैरों की देखभाल करने का एक और तरीका है सही तरह के जूते पहनना। ऐसा माना जाता है कि बाजार में उपलब्ध कुछ विशेष प्रकार के जूते पहनने से आपके पैरों में स्वस्थ ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद मिलती है और आपका स्वास्थ्य तरीके से बेहतर होता है। 

कैसे चुनें सही जूते (How to Choose Right shoes in Hindi):

  • आरामदायक और अच्छी तरह से फिट जूते पहनना आवश्यक है और ऐसा करना आपके पैरों को स्वस्थ बना सकता है। इतना ही नहीं इससे डायबिटीज के लक्षणों के कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। नीचे हम कुछ टिप्स दे रहे हैं, जिन्हें आपको अपने जूते खरीदते वक्त देखना चाहिए:
  • आपके जूते सामान्य जूतों की तुलना में 1/4 से 1/2 इंच अधिक गहरे होने चाहिए ताकि आपके पैरों की उंगलियां मुड़े नहीं और आप किसी भी स्थिति से निपटने में असहज महसूस न करें।
  • सुनिश्चित करें कि जूते में पैर की उंगलियों के लिए पर्याप्त जगह इसलिए जूता थोड़ा खुला हुआ होना चाहिए। इससे आपको पैर के अंगूठे को हिलाने-डुलाने में भी आसानी होगी और कॉर्न्स, कॉलस और फफोले की संभावना को कम करने के लिए पर्याप्त जगह भी मिलेगी।
  • ऊंची एड़ी और ऊंची एड़ी के जूते को खरीदने से बचें क्योंकि ये आपके पैर पर अत्यधिक दबाव डालते हैं।
  • किसी भी फैंसी, स्ट्रेपी और खुले पैर के जूते न खरीदें। इनमें मौजूद पट्टियां आपके पैरों के कुछ बिंदुओं पर अधिक दबाव डालती हैं, जिससे आसानी से फफोले हो सकते हैं। यहां तक कि चप्पल भी सबसे अच्छा विकल्प नहीं है। बेहतर जूते खरीदने की कोशिश करें क्योंकि ये आपको बेहतर तरीके से सपोर्ट प्रदान करते हैं और आपके पैरों को पूरी तरह से फिट रखते हैं।
  • जब भी नए जूते खरीदने की योजना बनाएं, तो दिन के अंत में ही जूते खरीदने के लिए निकलें। हमारे पैर अंत में सूज गए होते हैं और अगर आपके जूते उस समय फिट होते हैं, तो आपको बाद में कोई समस्या नहीं होगी। 

पैरों की देखभाल करने के अन्य तरीके (Other Ways To Take Care Of Feet in Hindi):                          

सही प्रकार के जूते पहनने के अलावा आपको यह सुनिश्चित भी करना है कि आपको अपने पैरों की सही देखभाल करने की भी आवश्यकता है ताकि वो हेल्दी रहें। यह कुछ चीजें हैं जो आप कर सकते हैं:

  • हर दिन अपने पैरों की जांच करें। अगर आपको अपने पैर पर किसी भी प्रकार का नया घाव दिखाई देता है तो तुंरत अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
  • अपने पैर की उंगलियों के नाखून को नियमित रूप से ट्रिम करें।
  • अपने कॉर्न्स को चिकना करने के लिए नियमित रूप से अपने पैरों को स्क्रब से एक्सफोलिएट करें।
  • अपने पैरों को रोजाना गर्म पानी से धोएं।

 

इसे भी पढ़ें-     

डायबिटीज रोगी खाने की इन चीज़ों से रहें दूर

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।